A REVIEW OF SHIV CHAISA

A Review Of Shiv chaisa

A Review Of Shiv chaisa

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ईश्वर ने मेरे भाग्य में क्या लिखा है - प्रेरक कहानी

शंकर हो संकट के नाशन। मंगल कारण विघ्न विनाशन॥

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धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे। शंकर सम्मुख पाठ सुनावे॥

पण्डित त्रयोदशी को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे ॥

दुष्ट सकल नित मोहि सतावै । भ्रमत रहे मोहि चैन न आवै॥

पण्डित त्रयोदशी को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे ॥

वेद माहि महिमा तुम गाई। अकथ अनादि भेद नहिं पाई॥

पुत्र होन कर इच्छा जोई। निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई॥

कमल नयन पूजन चहं सोई ॥ कठिन भक्ति देखी प्रभु शंकर ।

भक्त shiv chalisa in hindi अपने जीवन में पैदा हुई कठिनाइयों और बाधाओं को दूर करने के Shiv chaisa लिए श्री शिव चालीसा का नियमित पाठ करते हैं। श्री शिव चालीसा के पाठ से आप अपने दुखों को दूर कर more info भगवान शिव की असीम कृपा प्राप्त कर सकते हैं। शिव चालीसा का पाठ हमेशा सुबह जल्दी उठकर स्नान करने के बाद करना चाहिए। भक्त प्रायः सोमवार, शिवरात्रि, प्रदोष व्रत, त्रयोदशी व्रत एवं सावन के पवित्र महीने के दौरान शिव चालीस का पाठ खूब करते हैं।

एक कमल प्रभु राखेउ जोई। कमल नयन पूजन चहं सोई॥

दानिन महं तुम सम कोउ नाहीं। सेवक स्तुति करत सदाहीं॥

शिव पंचाक्षर स्तोत्र

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